सोचिये अपने आप आपके पास एक रिजल्ट होगा और आप जानेगे कि आप क्या है? एक वाक्य देखिये कि यदि आप डाक्टर है तो आप क्या किसी भी आदमी को मरने देंगे। आपकी आतंरिक चेतना आपको इजाजत देगी कि आप के डाक्टर रहते हुए कोई मर जाये।
यदि होता है तो आप अपने को माफ़ नहीं कर पाते है और अपनी पूरी शमता का पूरा उपयोग अक्र्के मरीज यानी आदमी को बचा लेते है। एक अस्पताल में एक आदमी को दिल को दिखाना था वह आता है और गिर जाता है यानी कि दिल कम करना बंद कर देता है। अब तो वह मौत के मुह में चला जाता है।
डाक्टर पूरी कोसिस करते है और उसको लगभग हर स्तर का बिजली का कर्रेंट लगा कर बचा लेते है। वह आदमी उठता है और भगवान को धन्यवाद् देता है। अरे उस डाक्टर को दे जिसने तुझे जीवन दिया। लेकिन नहीं वह ऐसा नहीं कर सकता है।
जरा बताओ कि भगवन कौन हुआ?
डाक्टर पूरी कोसिस करते है और उसको लगभग हर स्तर का बिजली का कर्रेंट लगा कर बचा लेते है। वह आदमी उठता है और भगवान को धन्यवाद् देता है। अरे उस डाक्टर को दे जिसने तुझे जीवन दिया। लेकिन नहीं वह ऐसा नहीं कर सकता है।
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